Jio का स्थापना कब हुआ ?

Jio का स्थापना कब हुआ ?
जिओ (Jio) एक भारतीय टेलीकॉम कंपनी है जो भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के द्वारा स्थापित की गई है। जिओ के स्थापना का इतिहास 2007 में शुरू हुआ था, जब इसकी मूल नींव रखी गई थी। लेकिन इसे व्यापारिक रूप से लॉन्च किया गया था 2016 में। इस लेख में, हम जिओ की स्थापना, उसके विकास और उसके लॉन्च की कहानी को विस्तार से जानेंगे।

1. स्थापना की शुरुआत (2007-2010):
मुकेश अंबानी के संबंधित कंपनी Reliance Industries Limited (RIL) ने 2007 में जिओ (Jio) के संचालन के लिए एक उपयुक्त नेटवर्क विकसित करने का निर्धारण किया। जिओ के उद्देश्य के पीछे भारतीय टेलीकॉम बाजार में एक दरार बनाने का प्रयास था। हालांकि, जिओ की शुरुआत में उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। भारत में टेलीकॉम सेवाओं के बड़े खिलाड़ियों जैसे Airtel, Vodafone (अब Vi), Idea (अब Vodafone Idea), तथा BSNL आदि के पास पहले से ही एक पकड़ थी, जिसके कारण जिओ को नए संगठन की श्रेणी में अपनी जगह बनानी पड़ी।
2. तारीक़ 4G नेटवर्क विकसित करने का प्रयास (2010-2013):
2010 के दशक के आरंभ में, जिओ ने एक उच्च-गति इंटरनेट नेटवर्क विकसित करने के लिए नीतियों और योजनाओं का विकास किया। जिओ की मुख्य नीतियों में से एक थी “प्रत्येक भारतीय को इंटरनेट तक पहुंच”। जिओ की इस योजना के तहत, उसने 4G नेटवर्क विकसित करने का निर्धारण किया, जो कि उस समय भारत में उच्च गति इंटरनेट की अभिव्यक्ति था। जिओ ने स्वतंत्र तौर पर तकनीकी और वित्तीय संबंधियों को संचालित करने के लिए भी कई उद्देश्य तय किए थे।
3. संवाद केंद्र तैयार करने की कोशिशें (2013-2015):
2013 में जिओ ने तैयार किए गए संवाद केंद्रों (वेलकम ओफर सेंटर) की शुरुआत की, जो कि एक प्राथमिक जानकारी केंद्र थे जो उन्हें उनकी नई सेवाओं के बारे में अधिक जानने के लिए लोगों से जुड़ते थे। यह केंद्र संचार मध्यस्थता के लिए भी उपयुक्त थे, जिससे लोग जिओ की नई व्यापारिक सेवाओं के बारे में अधिक जान सकते थे। जियो ने स्वयं से नियंत्रित रूप से इन केंद्रों को संचालित करने के लिए अपने कर्मियों का चयन किया था और उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली सेवा प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
4. सेवा का लॉन्च (2016):
2016 में जिओ ने भारतीय टेलीकॉम बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए जियो सेवाएं का लॉन्च किया। यह लॉन्च 5 सितंबर, 2016 को हुआ था। जिओ ने इसके शुरुआत में “जियो वेलकम ओफर” के तहत सर्वभूत सेवाओं के लिए मुफ्त डाटा, कॉल, संदेश, और एप्स के लिए मुफ्त सदस्यता दी थी। इससे पहले भारतीय टेलीकॉम बाजार में इतने बड़े मुकाबले में इतने बड़े फ्री ऑफर की पेशकश ने लोगों के ध्यान को खींच लिया था, और लाखों लोग इस ऑफर का फायदा उठाने के लिए जिओ को जुड़ गए। जिओ का यह ऑफर उन्हें 100 मिलियन सब्सक्राइबर को अधिकारिक रूप से पार करने में मदद करता है।
5. नेटवर्क के विस्तार और तेजी से विकास (2016-2018):
जिओ के सर्वाधिक सब्सक्राइबर के आगमन के साथ, जियो को अपने नेटवर्क को विस्तारित करने और तेजी से विकसित करने की जरूरत हुई। जियो ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अपने नेटवर्क कवरेज को बढ़ाने के लिए कई प्रौद्योगिकी और बाजारी नीतियों का उपयोग किया। जियो का नेटवर्क विकसित करने का एक अन्य मुख्य लक्ष्य था भारतीय गांवों और छोटे शहरों तक अधिक से अधिक व्यापारिक विकल्प पहुंचाना। इस अभियान के तहत, जियो ने कई ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क कवरेज को शुरू किया और इससे उनके सब्सक्राइबर बेस में वृद्धि हुई।
6. इंटरनेट एवं डिजिटल सेवाओं के लिए भारतीय बाजार में बदलाव (2018-वर्तमान):
जिओ के लॉन्च के बाद से, भारतीय टेलीकॉम बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है। जियो के मुफ्त डाटा और कॉल सेवाएं, साथ ही एप्स और डिजिटल सेवाओं की पेशकश ने भारतीय उपभोक्ताओं के दृष्टिकोण को परिवर्तित किया है। जियो ने विभिन्न सेवाएं जैसे जियोसिनेमा, जियोटीवी, जियोम्यूजिक, जियोगेम्स, जियोन्यूज, और जियोपेयर जैसे पूरी तरह से डिजिटल सेवाएं लॉन्च की। इससे उन्हें विभिन्न वर्गों में उच्च स्तरीय सेवाओं के लिए एक-स्टॉप शॉप की भूमिका मिली।
सारांश:
जिओ का स्थापना का इतिहास एक रोमांचक यात्रा है। इसकी शुरुआत 2007 में हुई थी, लेकिन व्यापारिक रूप से इसे 2016 में लॉन्च किया गया था। जियो के आगमन से भारतीय टेलीकॉम बाजार में भ्रमांकन हुआ और यह बाजार के दायरे को पूरी तरह से परिवर्तित कर दिया। जियो ने भारतीय उपभोक्ताओं को उच्च गति इंटरनेट, मुफ्त कॉल और संदेश सेवाएं, और विभिन्न डिजिटल सेवाएं प्रदान करके उनकी जिंदगी को बदल दिया है। जियो ने भारतीय टेलीकॉम बाजार में आने वाले कई बदलावों की नींव रखी है और आज भारत के सबसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटरों में से एक के रूप में जाना जाता है।
जिओ की स्थापना के पीछे की सोच थी कि डिजिटल युग को भारत में लाना, जिसमें हर भारतीय नागरिक डिजिटल सेवाओं का लाभ उठा सके। इसने भारतीय उपभोक्ताओं को उच्च गति का इंटरनेट पहुंचाने का काम किया, जिससे उन्हें डिजिटल संसाधनों और सेवाओं तक पहुंच मिली।
जिओ की स्थापना ने भारतीय टेलीकॉम उद्योग को पूरी तरह से बदल दिया। इसने न केवल उपभोक्ताओं के लिए डाटा की कीमतों को कम किया, बल्कि इसने भारतीय उपभोक्ताओं को डिजिटल युग में शामिल होने का अवसर भी दिया। आज, जिओ भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है, जिसने भारतीय उपभोक्ताओं को डिजिटल संसाधनों और सेवाओं तक पहुंचने का एक नया माध्यम प्रदान किया है।
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